साइबर फ्रॉड के लिए म्यूल बैंक अकाउंट बनाने वाले दो छात्र गिरफ्तार, 1.08 लाख की ठगी का खुलासा, मुख्य आरोपी की तलाश

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की राजिंदर नगर थाना टीम ने ऑपरेशन साइहॉक-2.0 के तहत अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल हो रहे म्यूल बैंक अकाउंट्स का पता लगाया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने कई बैंक अकाउंट और सिम कार्ड खोलकर ठगों को दिए थे। इन अकाउंट्स में कुल 1.08 लाख रुपये की ठगी की रकम ट्रेस की गई।

डीसीपी सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट निधिन वलसन ने बताया कि साइबर क्राइम रोकने के स्पेशल ड्राइव में NCRP पोर्टल से संदिग्ध म्यूल अकाउंट्स की डिटेल्स मिलीं। राजिंदर नगर थाने को अपने इलाके के बैंकों से जुड़े अकाउंट्स की वेरिफिकेशन सौंपी गई। जांच में उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का एक अकाउंट मिला, जिसमें 19 नवंबर को 50 हजार रुपये की फ्रॉड क्रेडिट हुई थी। यह रकम बेंगलुरु के एक शिकायतकर्ता से ठगी गई थी, जिसे फेक इंटरनेशनल कस्टम्स ऑफिसर की कॉल पर कुल 3.50 लाख रुपये गंवाने पड़े। यह केस बेंगलुरु सिटी क्राइम थाने में धारा 318/319 BNS और 66 IT एक्ट के तहत केस दर्ज है।

एसीपी करोल बाग की गाइडेंस और इंस्पेक्टर सनी कुमार की देखरेख में एसआई विकेश के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल दिनेश, दौलत और कांस्टेबल बिंटू की टीम गठित की गई। टीम ने फील्ड वेरिफिकेशन, टेक्निकल एनालिसिस और लोकल इंक्वायरी से आरोपी तक पहुंची।

डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि अकाउंट होल्डर की पहचान रंजित नगर निवासी मिशु सचदेवा (19) के रूप में हुई। उसे उसके घर से पकड़ा गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि 15-20 दिन पहले अकाउंट खोला और कॉमन फ्रेंड प्रांशु के जरिए राहुल उर्फ हैपी को पैसे के बदले सौंप दिया। मिशु ने आगे खुलासा किया कि उसने पांच बैंक अकाउंट और पांच सिम कार्ड अपने नाम पर खोले और सभी राहुल उर्फ हैपी को अवैध इस्तेमाल के लिए दे दिए। बदले में प्रति अकाउंट 5 हजार रुपये मिलने थे।

डीसीपी ने बताया कि NCRP रिकॉर्ड्स चेक करने पर पता चला कि तीन अकाउंट्स में कुल 1.08 लाख रुपये की फ्रॉड रकम क्रेडिट हुई: कोटक में 49,500, केनरा में 9,000 और उत्कर्ष में 50,000। बाकी दो अकाउंट्स की आगे जांच चल रही है। मुख्य लाभार्थी राहुल उर्फ हैपी की तलाश जारी है। इन म्यूल अकाउंट्स से जुड़े अन्य विक्टिम्स की भी पहचान की जा रही है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More